LADAKH के लिए आवाज: SONAM WANGCHUK की कहानी

आज हम बात करेंगे एक खास व्यक्ति की, जिनका नाम है सोनम वांगचुक। वे एक शिक्षक, पर्यावरणविद और समाजसेवी हैं। SONAM WANGCHUK ने LADAKH के लोगों के हक के लिए बहुत संघर्ष किया है। उनका लक्ष्य है कि LADAKH को संविधान की छठी अनुसूची में शामिल किया जाए। यह असली न्याय और अधिकार की मांग है।

SONAM WANGCHUK का संघर्ष

SONAM WANGCHUKने 1 सितंबर को दिल्ली की ओर मार्च शुरू किया। उनके साथ 150 लोग थे। ये लोग LADAKH के हक के लिए चल रहे थे। उनका मकसद था कि वे अपनी आवाज को दिल्ली तक पहुंचाएं। वे चाहते थे कि प्रधानमंत्री, गृहमंत्री और अन्य नेताओं से मिलकर अपनी बात रख सकें।

जब ये लोग दिल्ली पहुंचे, तो वहां पुलिस ने उन्हें रोक लिया। सोनम और उनके साथियों को हिरासत में ले लिया गया। यह बहुत ही दुखद था कि जो लोग शांति से अपनी बात कहने आए थे, उन्हें रोका गया।

LADAKH के लिए आवाज: SONAM WANGCHUK की कहानी
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दिल्ली में हुई घटनाएं

दिल्ली पुलिस ने कहा कि वहां कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए उन्हें रोका गया। हालांकि, यह सवाल उठता है कि जब लोग शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे थे, तो उन्हें क्यों रोका गया? क्या यह लोकतंत्र का हिस्सा है?

दिल्ली की मुख्यमंत्री ने भी इस पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि यह सरकार की तानाशाही है। SONAM WANGCHUKऔर उनके साथी अपने अधिकारों की मांग कर रहे थे, लेकिन उन्हें रोक दिया गया।

LADAKH के अधिकारों की मांग

SONAM WANGCHUK की मांग है कि LADAKH को संविधान की छठी अनुसूची में शामिल किया जाए। इससे LADAKH की संस्कृति, पर्यावरण और लोगों के अधिकारों का संरक्षण होगा। 26 अगस्त को अमित शाह ने यह घोषणा की कि LADAKH में पांच नए जिले स्थापित किए जाएंगे। लेकिन सवाल यह है कि क्या ये जिले लोगों की भागीदारी के साथ होंगे?

अगर ये जिले सिर्फ प्रशासनिक होंगे और लोगों की आवाज नहीं होगी, तो यह LADAKH के लिए सही नहीं होगा। SONAM WANGCHUKने पहले भी भूख हड़ताल की थी। अब वे फिर से अपनी आवाज उठाने आए थे।

राजनीतिक प्रतिक्रिया

जब SONAM WANGCHUK को हिरासत में लिया गया, तो विपक्ष ने सरकार के खिलाफ आवाज उठाई। अरविंद केजरीवाल और राहुल गांधी ने सोशल मीडिया पर इस पर अपनी राय दी। उन्होंने कहा कि यह लोकतंत्र के लिए ठीक नहीं है।

LADAKH के लिए आवाज: SONAM WANGCHUK की कहानी

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कांग्रेस ने भी इस पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि एक तरफ लोग अपने अधिकारों के लिए संघर्ष कर रहे हैं, और दूसरी तरफ रेप और हत्या के दोषी को रिहा किया जा रहा है।

SONAM WANGCHUK का महत्व

SONAM WANGCHUKका नाम बॉलीवुड फिल्म “3 इडियट्स” से भी जुड़ा है। कहा जाता है कि आमिर खान का किरदार सोनम के जीवन से प्रेरित था। वे पिछले 30 सालों से शिक्षा और पर्यावरण के क्षेत्र में काम कर रहे हैं।

उन्होंने LADAKH में एक ऐसा स्कूल बनाया है, जहां उन बच्चों को दाखिला मिलता है, जो परीक्षा में फेल हो जाते हैं। यह एक अनोखी पहल है। उनके कई आविष्कार भी हैं, जैसे सोलर हीटेड मिलिट्री टेंट और ARTIFICIAL ग्लेशियर।

निष्कर्ष

SONAM WANGCHUK की कहानी हमें यह सिखाती है कि हमें अपने अधिकारों के लिए खड़ा होना चाहिए। जब हम अपनी आवाज उठाते हैं, तो हमें सुना जाना चाहिए। यह जरूरी है कि हम अपने हक के लिए संघर्ष करें और लोकतंत्र को मजबूत बनाएं।

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उनकी यात्रा केवल LADAKH के लिए नहीं, बल्कि सभी के लिए एक प्रेरणा है। हमें भी अपनी आवाज उठानी चाहिए और अपने अधिकारों के लिए लड़ना चाहिए।

SONAM WANGCHUK के साथ जो कुछ हो रहा है क्या ये सब सही हो रहा है ये नहीं इन सब बातों पर आप लोग अपनी राय नीचे दे दिया जाए कमेंट बॉक्स में जरूर लिखें। और इस ब्लॉग को पढ़ने के लिए आप सब का धन्यवाद।

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