घी और शहद: एक साथ खाने के नुकसान

सेहत बनाए रखने की खातिर बहुत से लोग घी और शहद का रोजाना सेवन करते हैं। शहद पाचन तंत्र को दुरुस्त रखता है और इसके साथ ही शरीर को बहुत से दूसरे फायदे भी देता है। खासतौर से डाइटिंग कर रहे लोग वजन पर काबू रखने के लिए रोज शहद का पानी पीते हैं। वहीं, बहुत से लोग देसी घी या फिर घर में बनी हुई घी बहुत शौक से खाते हैं।

कुछ लोग तो ऐसे भी होते हैं जो शहद और घी साथ में मिलाकर खाते हैं। आयुर्वेद में घी और शहद दोनों का बहुत महत्व है और सेहत के लिए दोनों बहुत जरूरी माने गए हैं। लेकिन क्या शहद और घी को साथ में मिलाकर खाना चाहिए? आज के इस लेख में हम यही जानेंगे कि क्या शहद और घी को साथ में मिलाकर खाना चाहिए और अगर नहीं खाना चाहिए तो ऐसा क्यों।

घी और शहद

घी और शहद की मात्रा का ध्यान रखना

बहुत सारे लोग शहद और घी एक साथ खाते हैं, लेकिन उन्हें इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि दोनों की मात्रा बराबर नहीं होनी चाहिए। ऐसा करने से सेहत पर बुरा असर भी पड़ सकता है। असल में आयुर्वेद में घी की तासीर ठंडी और शहद की तासीर गर्म मानी गई है। जब इन दोनों को एक साथ रखा जाता है, तो दो अलग-अलग तासीर वाली वस्तुएं शरीर में जाती हैं।

इससे पेट में कुछ केमिकल बनने लगते हैं जो डाइजेशन को प्रभावित कर सकते हैं। इसलिए इन्हें खाते समय मात्रा का ध्यान रखना बहुत जरूरी है। घी और शहद अगर आप एक साथ खाते हैं, तो बराबर मात्रा में नहीं खाना चाहिए। घी और शहद में से किसी भी एक वस्तु की मात्रा थोड़ी दूसरी वस्तु से कम या फिर ज्यादा होनी चाहिए।

घी और शहद

आयुर्वेद के मुताबिक, घी और शहद को बराबर मात्रा में मिलाकर खाने से सेहत को नुकसान पहुंच सकता है: 

  • आयुर्वेद में घी की तासीर ठंडी और शहद की तासीर गर्म मानी जाती है. इन दोनों को एक साथ खाने से शरीर में अलग-अलग तासीर वाली चीज़ें जाती हैं, जिससे पेट में केमिकल बन सकते हैं और पाचन प्रभावित हो सकता है. 
  • शहद में मौजूद क्लोस्ट्रीडियम बोटुलिनम बैक्टीरिया, घी या दूध में मिलाने पर तेज़ी से फैलता है और जहरीला पदार्थ बना सकता है. 
  • घी और शहद को एक साथ गर्म करने पर पीएच, हाईड्रॉक्सी मेथाइल फ़ुरफ़ुरल (एचएमएफ़), ब्राउनिंग, फ़ेनोलिक्स, और एंटीऑक्सिडेंट की प्रतिक्रिया बढ़ जाती है. 
  • चूहों पर किए गए एक प्रयोग में पाया गया कि गरम घी और शहद का मिश्रण देने से उनके पाचन पर बुरा असर पड़ा और कई अंगों का वज़न बढ़ गया. 

सही तरीके से सेवन

अगर आप घी और शहद एक साथ खाते हैं, तो बराबर मात्रा में नहीं खाना चाहिए। घी और शहद में से किसी भी एक वस्तु की मात्रा थोड़ी दूसरी वस्तु से कम या फिर ज्यादा होना चाहिए।

दूसरा तरीका यह है कि सिर्फ घी और शहद में ना खाते हुए उसमें कोई तीसरी चीज भी मिला लेनी चाहिए। इससे दोनों की तासीर में कोई बदलाव नहीं होगा।

घी और शहद

एक तीसरी चीज का मिश्रण

दूसरा तरीका यह है कि सिर्फ घी और शहद में ना खाते हुए उसमें कोई तीसरी चीज भी मिला लेनी चाहिए। इससे दोनों की तासीर में कोई बदलाव नहीं होगा। आपको बता दें कि आयुर्वेद के अनुसार घी और शहद का मिश्रण विषाक्त हो सकता है जब इन्हें समान मात्रा में मिलाकर खाया जाता है।

विषाक्तता और स्वास्थ्य पर प्रभाव

आयुर्वेद के अनुसार, घी और शहद का मिश्रण विषाक्त हो सकता है। जब इन्हें समान मात्रा में मिलाकर खाया जाता है, तो ये शरीर में टॉक्सिंस रिएक्शन पैदा कर सकते हैं। इसके पीछे का कारण यह है कि घी और शहद का एक प्राकृतिक एक दूसरे से बिल्कुल विपरीत होता है।

अब इन दोनों के विपरीत गुण एक साथ मिलाकर शरीर में विषाक्त पदार्थ उत्पन्न कर सकते हैं, जिससे पाचन संबंधी समस्याएं, एलर्जी और यहां तक कि गंभीर बीमारियां भी हो सकती हैं।

निष्कर्ष

तो दोस्तों, घी और शहद दोनों को अलग-अलग खाएं और इनसे भरपूर लाभ उठाएं, लेकिन इन्हें कभी भी एक साथ मिलाकर ना खाएं। आपको यह जानकारी कैसी लगी, कमेंट बॉक्स में लिखकर जरूर बताइएगा। धन्यवाद!

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